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भ्रष्ट्राचार का तालाब फूटा…. लाखों रुपए पानी मे बहा ! जानवरों की प्यास बुझाने 97 लाख से 3 माह पहले बनाए 3 तालाब, बारिश में तोड़ा दम /पाली, अगस्त 2024:- कटघोरा वनमंडल में पूर्ववर्ती शासनकाल के दौर से नित नए- नए भ्रष्ट्राचार के अध्याय लिखे जा रहे है, जहां भ्रष्ट्र कार्य इस कदर सिर चढ़कर बोल रहा है कि सरकार की ओर से विभाग को आबंटित राशि से गुणवत्ताहीन कार्य कराकर एक बड़े हिस्से की बंदरबांट हो रही है। जिसके कई मायने पूर्व में भी सामने आ चुके है और वर्तमान में भी आ रहे है, लेकिन शासन की ओर से कार्यवाही में उदासीनता के फलस्वरुप कटघोरा वनमंडल के अधिकारियों के हौसले आसमान की बुलंदियों पर जाकर हवा से बातें कर रही है। ताजा मामले में जंगली जानवरों को गर्मी के सितम से बचाने के लिए तालाब बनवाया गया था। लेकिन उसमें भी भ्रष्टाचार हो गया। अब आलम ऐसा है कि पहली बरसात में ही निर्मित तालाब बह गया। जिसमे अधिकारी निर्माण कार्य पूर्ण नही होने की बात कह रहे है।

ग्रीष्मकालीन समय मे पानी की तलाश में वन्यप्राणियों को भटकना न पड़े और जंगल छोड़ रिहायशी इलाकों की ओर रुख न कर सकें, इसके लिए पाली वन परिक्षेत्र के मुरली सर्किल अंतर्गत रतिजा बीट के कक्ष क्रमांक- 599, रतिज व अंडीकछार के जंगल मे पोस्ट डिपोजिट फंड से 97 लाख के 3 तालाब निर्माण की स्वीकृति मिली। जिन तालाबों को 3 माह पहले विभाग ने बनवाया। लेकिन वन्यप्राणियों को गर्मी से बचाने के लिए उठाया गया यह कदम विफल साबित हो गया। ऐसा इसलिए क्योंकि भ्रष्ट्राचार से निर्मित तालाबों ने पहले ही बारिश में दम तोड़ दिया। रतिजा में निर्मित तालाब का बारिश के पानी से मेढ़ फूट गया व पिचिंग भी बह गया। ग्रामीण दुबराज सिंह ने बताया कि उक्त तालाब निर्माण में एक से डेढ़ मीटर खोदाई का कार्य मशीन के माध्यम से कराया गया है। जिसमे नियमों को ताक पर रखकर